🌺अंकुरित भोजन
🌼परिचय-
अंकुरित भोजन शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक संतुलन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। अंकुरित खाद्य केवल भोजन नहीं रह जाता बल्कि उसका स्टार्च ग्लूकोज में और प्रोटीन एमिनो एसिड में बदलकर सुपाच्य के साथ स्वास्थ्यवर्धक भी हो जाता है। इसलिए इसे पूर्व पचित भोजन (pre-digest) भी कहते हैं।
अंकुरित भोजन क्लोरोफिल, विटामिन (`ए´, `बी´, `सी´, `डी´ और `के´) कैल्शियम, फास्फोरस, पोटैशियम, मैगनीशियम, आयरन, जैसे खनिजों का अच्छा स्रोत होता है।
अंकुरित भोजन भूख बढ़ाने वाला, शरीर के जहरीले तत्व निकालने वाला मूत्रर्वधक होता है। अंकुरित भोजन आपको फिर से जवान बनाने वाला भोजन है जो मनुष्य को सुन्दर स्वस्थ और रोग से छुटकारा दिलाता है। अंकुरित भोजन शरीर को ऊर्जा देने का अच्छा स्रोत है। यह जल्द और आसानी से शरीर द्वारा ग्रहण कर लिया जाता है।
🌾लाभकारी-
अंकुरित भोजन कुपोषण को दूर करता है।
अंकुरित भोजन पेट की गैस व कब्ज को दूर करता है।
अंकुरित भोजन रोगों को ठीक करने वाला होता है।
जानकारी-
🌻 मंहगे फल और सब्जियों की जगह अंकुरित भोजन ले सकते हैं। यह सस्ता, सरल और बनाने में आसान है। इसलिए यह सभी के बजट के अनूकूल होता है। अंकुरित भोजन व्यक्ति को नया जीवन देने वाला होता है और इसमें कोई मिलावट भी नहीं होती है।
🌸अंकुरित किये जाने वाले खाद्य-पदार्थ :
गेहूं, मूंग, मोठ, सोयाबीन, मूंगफली, मक्का, तिल, चना, अल्फाल्फा, अन्न, दालें और बीज आदि अंकुरित किये जा सकते हैं।
🌼अंकुरित करने की विधि-
सूखे अनाज व दाल आदि जिसे भी अंकुरित करना हो उसे धोकर एक पानी से भरे बर्तन में भिगो दें फिर 12 घंटे बाद पानी से निकालकर कपडे़ आदि में ऐसे रखें कि उन्हें नमी और हवा मिलती रहे। इसके 12 से 30 घंटे के बीच अंकुर फूटनी चालू हो जाती है।
🌼अब आपका अंकुरित भोजन तैयार हो गया है। इस स्थित में इसे धो लें और इसका प्रयोग करें।
🍂अंकुरित भोजन को कैसे खायें :-
अंकुरित भोजन को कच्चा, अधपका और बिना नमक आदि के प्रयोग करने से लाभ होता है।
🌸एक दलीय अंकुरित (गेहूं, बाजरा, ज्वार, मक्का आदि) के साथ मीठी खाद्य (खजूर, किशमिश, मुनक्का तथा शहद आदि) एवं फल लिए जा सकते हैं।
💐द्विदलीय अंकुरित (चना, मूंग, मोठ, मटर, मूंगफली, सोयाबीन, आदि) के साथ टमाटर, गाजर, खीरा, ककड़ी, शिमला मिर्च, हरे पत्ते (पालक, पुदीना, धनिया, बथुआ आदि) और सलाद, नींबू मिलाकर खाना बहुत ही स्वादिष्ट और स्वास्थ्यदायक होता है।
🥀बच्चे व बूढ़े के लिए अंकुरित भोजन के मिश्रण को पीसकर लपसी जैसा बना लें और धीरे धीरे चटायें या पिलायें।
अंकुरित भोजन को कच्चा ही खायें क्योंकि पकाकर खाने से इसके पोषक तत्वों की मात्रा एवं गुण में कमी आ जाती है।
🌻नाश्ते के लिये अंकुरित भोजन
अंकुरित भोजन शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होता है इसे फल के साथ खाने से ज्यादा लाभ होता है। अगर फल न हो तो केवल अंकुरित भोजन ही खायें। अंकुरित भोजन केवल भिगोये हुए दाने से कहीं ज्यादा लाभदायक होता है क्योंकि इसमें अंकुरण के समय शरीर के लिए लाभदायक तत्व पैदा हो जाते हैं। दोनों के अन्दर एन्जाइम में भी बदलाव होते हैं। ये एन्जाइम दाने के अन्दर प्रोटीन को अमीनो अम्ल में और कार्बोहाइड्रेट को साधारण शक्कर में बदल देता है। ऐसे ही वसा पदार्थ को भी छोटे छोटे भागों में बांट दिया जाता है। इसके अलावा विटामिन आदि का निर्माण भी इसी समय होता है और खासकर विटामिन `ए´, `ई´, और `के´, की मात्रा इस समय भरपूर मात्रा में पायी जाती है।
🌼 विटामिन `के´ खून का थक्का बनाने में मदद करता है और इसके साथ यह जिगर के पूरे कार्य प्रणाली के लिये जरूरी होता है। अंकुरित होने वाले भोजन में काले चने, मटर, मसूर, मूंग, गेहूं, सोयाबीन और मूंगफली मुख्य रूप में होते हैं।
🌺जानकारी-
अंकुरित दानों का सेवन केवल सुबह नाश्ते के समय ही करते हैं। इन अंकुरित दानों को कच्चा ही खाया जाता है। इनमें 2 या 3 प्रकार के अंकुरित दाने मिला सकते हैं। यदि आपको ये अंकुरित दाने कच्चे खाने में अच्छे नहीं लगते तो आप इन्हें हल्का सा पका सकते हैं। फिर इसमें कटे हुए प्याज, कटे छोटे कटे हुए प्याज, कटे छोटे टमाटर के टुकड़े, बारीक कटी हुई मिर्च, बारीक कटी हुई धनिया एकसाथ मिलाकर उसमें नींबू का रस मिलाकर खाने से अच्छा स्वाद मिलता है।
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