बिना डरे घी खाएं

Ghee

♥ हार्ट अटैक के रोगी को बिना घी की रोटी खाने की सलाह दे कर मूर्ख बनाया जाता है, आइये जानें सच्चाई….?
सनातन पद्धति में पांच अमृत और पंचगव्य की चर्चा है
पंच अमृत:-गाय का दूध, दही, घी, देशी खांड और शहद।
पंचगव्य:- गाय का दूध, दही, घी, गोबर और गौमूत्र।

🧠 हर घर से एक आवाज जरुर आती है, मेरे लिए बिना घी की रोटी लाना आपके घर से भी आती होगी, लेकिन घी को मना करना सीधा सेहत को मना करना है। पहले के जमाने में लोग रोजमर्रा के खानों में घी का इस्तेमाल करते थे। घी का मतलब देसी गाय का शुद्ध देशी घी। घी को अच्छा माना जाता था।
कोलेस्ट्रोल और हार्ट अटैक जैसी बीमारियाँ कभी सुनने में भी नही आती थी।
♥ राजस्थान में अभी भी कई गावों में बारात का स्वागत घी पिला कर किया जाता है अथवा राजस्थानी डिश (खीच/खिचड़ी) परोस कर देशी घी से मनुहार की जाती है….
घी की गलत पब्लिसिटी कर करके बड़ी बड़ी विदेशी कंपनियों ने डॉक्टरों के साथ मिलकर अपने बेकार और यूजलेस प्रोडक्ट को भारत में सेल करने के लिए लोगों में घी के प्रति नेगेटिव पब्लिसिटी शुरू कर दी। ये कहा जाता रहा कि घी से मोटापा आता है, कोलेस्ट्रोल बढता है, हार्ट अटैक की सम्भावनाएं बढती है , जबकि ये सरासर गलत है। रिफाइंड और दूसरे वनस्पति तेल और अन्य प्रकार के घी इन सब रोगों के कारण है।

🧠 जब लोग बीमार होंगे तो डॉक्टरों का धंधा चलेगा..

इसी सोच के साथ इन विदेशी कंपनियों के साथ डॉक्टर भी मिल गए। इस मार्किट में कुछ स्वदेशी कंपनियां भी आ गई है। धीरे धीरे लोगों के दिमाग में यह बात घर कर गई कि – घी खाना बहुत ही नुकसानदायक है। घी न खाने में प्राउड फील करने लगे कि वो हेल्थ कॉन्शियस हैं क्योंकि जब आप एक ही झूठ को बार बार टीवी पर दिखाओगे तो वो लोगो को सच लगने लगता है।

♥ जबकि घी खाना नुकसानदायक नही बहुत ही फायदेमंद है। घी हजारों गुणों से भरपूर है, खासकर गाय का घी तो खुद में अमृत है। घी हमारे शरीर में कोलेस्ट्रोल को बढाता नही बल्कि कम करता है। घी मोटापे को बढाता नही बल्कि शरीर के बेकार फैट को कम करता है। घी एंटीवायरल है और शरीर में होने वाले किसी भी इन्फेक्शन को आने से रोकता है। घी का नियमित सेवन ब्रेन टोनिक का काम करता है। खासकर बढ़ते बच्चों की फिजिकल और मेंटल ग्रोथ के लिए ये बहुत ही जरुरी है।

ये जो उठते और बैठते शरीर की हड्डियों से चर मर की आवाज आती है इसकी वजह- हड्डियों में लुब्रिकेंट की कमी होने से है अगर घी का नियमित सेवन करते है; तो यह मसल्स और हड्डियों को मजबूत बनाता है।

🧠 घी हमारे इम्यून सिस्टम को बढाता है। बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। घी हमारे डाइजेस्टीव सिस्टम को भी ठीक रखता है जो आजकल सबसे बड़ी प्रॉब्लम है। आज हर दूसरा व्यक्ति कब्ज का मरीज है। दिन में कई कई बार शौच जाना पड़ता है ।

♥ घी कितना खाएं
एक नार्मल इन्सान के लिए 4 चम्मच घी काफी है. घी को पका कर या बिना पकाए दोनों तरीके से खा सकते है। चाहे तो इसमें खाना पका लें या फिर बाद में खाने के ऊपर डालकर खा लें। दोनों ही तरीके से घी बहुत ही फायदेमंद है।
सबसे जरुरी बात अगर आप सबसे ग्लोइंग, शाइनिंग और यंग दिखना चाहते हैं तो घी जरुर खाएं क्योंकि घी एंटीओक्सिडेंट है जो कि आपकी स्किन को हमेशा चमकदार और सॉफ्ट रखता है। आपके अपने और आसपास के सभी लोगों की अच्छी सेहत के लिए यह जानकारी उनके साथ अवश्य साँझा करे।

मलाई फेस पैक से निखारें अपना चेहरा

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जिस मलाई को अपने मोटापे का कारण मानकर तुरंत दूध से अलग कर फेंक देती हैं, वही मलाई आपके चेहरे को कमाल का निखार दे सकती है। जी हां, मलाई का इस्तेमाल अगर त्वचा के लिए किया जाए तो न सिर्फ वो मुलायम हो जाती है बल्कि उसका रंग भी निखर जाता है। और सबसे खास बात, इसके लिए आपको अलग से खर्चा भी नहीं करना पड़ता। बस दूध से ली गई मलाई को अलग-अलग प्रकार से इस्तेमाल करें और पाएं सुंदर व आकर्षक चेहरा।

नार्मल स्किन के लिए

नॉर्मल स्किन यानी सामान्य त्वचा वाले लोग अक्सर कंफ्यूज रहते हैं कि उन्हें किस तरह से अपनी त्वचा का ख्याल रखना चाहिए। इस तरह की स्किन टाइप वालों की कोई खास समस्या नहीं होती लेकिन उन्हें अपना स्किन टाइप बनाए रखने के लिए उसका ध्यान रखने की जरूरत होती है। यहां हम मलाई से बने एक ऐसे फेसपैक को बनाने और लगाने की विधि बता रहें हैं जिसे लगाकर नॉर्मल स्किन पहले से कहीं बेहतर हो जाएगी। स्किन मुलायम होगी और ग्लो भी बढ़ जाएगा।

विधि:-

मलाई में चंदन, हल्दी, शहद, बेसन और गुलाबजल डालकर अच्छी तरह से मिला लें।
इस फेसपैक को अपने चेहरे और गर्दन पर अच्छी तरह से लगाकर कुछ देर के लिए रख दें।
फेसपैक सूख जाने के बाद सादे पानी से धो लें।

ड्राई स्किन के लिए

ड्राई स्किन वाले लोग अपनी त्वचा को मुलायम बनाने की बहुत कोशिश करते हैं। इस प्रकार की त्वचा की समस्या ये होती है कि वो नमी को रोक कर नहीं रख पाती। अगर आपकी स्किन ड्राई है तो आपको मलाई फेसपैक का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। इससे आपकी त्वचा को नमी मिलेगी। आइये जानते हैं ड्राई स्किन के लिए खास मलाई फेसपैक बनाने की विधि।

विधि:-

एक बाउल में मलाई और बेसन लें। इसमें थोड़ा सा दूध डालकर पेस्ट बना लें।
इस पेस्ट को चेहरे, हाथों और पैरों में लगायें।
सूखने के बाद पानी से धो लें।
हफ़्ते में एक बार इस फेसपैक को जरूर लगाएं।

निखार के लिए

मलाई त्वचा के रंग को साफ करती है। दूध में जो लैक्टिक एसिड मौजूद होता है वह टैनिंग को दूर करने में सहायता करता है। नियमित रूप से इस फेसपैक का इस्तेमाल करने से त्वचा निखर जाती है। रंग साफ होता है। आइये जानते हैं किस तरह के इस्तेमाल से आप अपना स्किन टोन बेहतर कर सकते हैं।

विधि:-

एक कप मलाई में केसर डालकर उसका पेस्ट बना लें और उसको पूरे शरीर में लगायें।
आधे घंटे के बाद नहा लें।

मुलायम त्वचा के लिए

इस पैक में शहद होती है। वह मुँहासों को दूर करती है और मलाई त्वचा को मुलायम बनाती है। इस पैक का इस्तेमाल आप रोज कर सकते हैं या हफ़्ते में एक या दो बार भी कर सकते हैं।

विधि:-

मलाई और शहद को एक साथ मिलाकर चेहरे पर लगायें।
पंद्रह-बीस मिनट के बाद धो लें।

ग्लो के लिए

कुछ लोगों की स्किन बेजान होती है। अगर ऐसी स्किन में तुरन्त ग्लो लाना चाहते हैं तो यह फेसपैक आपके बहुत काम आएगा। रोज रात में इसको लगाने से त्वचा का खोया हुआ ग्लो लौट आता है।

विधि:-

• एक बाउल में मलाई, हल्दी, और बेसन लें।

• उन सबको अच्छी तरह से मिलाकर स्किन पर अच्छी तरह से लगाकर, पंद्रह मिनट के लिए छोड़ दें।

• उसके बाद पानी से धो लें।

घर पर मलाई कैसे बनायें:-

घर पर मलाई बनाना बहुत आसान होता है। दूध के उबलने के बाद ठंडा होने के लिए तीस मिनट के लिए रख दें। दूध के ऊपर जो एक परत जैसी जम जाती है वो मलाई होती है। उसे चम्मच की सहायता से निकाल लें। मलाई की मात्रा दूध के किस्म पर निर्भर करती है। फैट मिल्क में ज्यादा मलाई मिलती है। तो फिर सोचिये नहीं, निकालिये दूध से मलाई और बनाइये मलाई वाले फेस पैक।

गर्म पानी के फायदे

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अगर आप स्किन प्रॉब्लम्स से परेशान हैं या ग्लोइंग स्किन के लिए तरह-तरह के कॉस्मेटिक्स यूज करके थक चूके हैं तो रोजाना एक गिलास गर्म पानी पीना शुरू कर दें। आपकी स्किन प्रॉब्लम फ्री हो जाएगी व ग्लो करने लगेगी।

लड़कियों को पीरियड्स के दौरान अगर पेट दर्द हो तो ऐसे में एक गिलास गुनगुना पानी पीने से राहत मिलती है। दरअसल इस दौरान होने वाले पैन में मसल्स में जो खिंचाव होता है उसे गर्म पानी रिलैक्स कर देता है।

गर्म पानी पीने से शरीर के विषैले तत्व बाहर हो जाते हैं। सुबह खाली पेट व रात्रि को खाने के बाद पानी पीने से पाचन संबंधी दिक्कते खत्म हो जाती है व कब्ज और गैस जैसी समस्याएं परेशान नहीं करती हैं।

भूख बढ़ाने में भी एक गिलास गर्म पानी बहुत उपयोगी है। एक गिलास गर्म पानी में एक नींबू का रस और काली मिर्च व नमक डालकर पीएं। इससे पेट का भारीपन कुछ ही समय में दूर हो जाएगा।

खाली पेट गर्म पानी पीने से मूत्र से संबंधित रोग दूर हो जाते हैं। दिल की जलन कम हो जाती है। वात से उत्पन्न रोगों में गर्म पानी अमृत समान फायदेमंद हैं।

गर्म पानी के नियमित सेवन से ब्लड सर्कुलेशन भी तेज होता है। दरअसल गर्म पानी पीने से शरीर का तापमान बढ़ता है। पसीने के माध्यम से शरीर की सारे जहरीले तत्व बाहर हो जाते हैं।

बुखार में प्यास लगने पर मरीज को ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए। गर्म पानी ही पीना चाहिए बुखार में गर्म पानी अधिक लाभदायक होता है।

यदि शरीर के किसी हिस्से में गैस के कारण दर्द हो रहा हो तो एक गिलास गर्म पानी पीने से गैस बाहर हो जाती है।

अधिकांश पेट की बीमारियां दूषित जल से होती हैं यदि पानी को गर्म कर फिर ठंडा कर पीया जाए तो जो पेट की कई अधिकांश बीमारियां पनपने ही नहीं पाएंगी।

गर्म पानी पीना बहुत उपयोगी रहता है इससे शक्ति का संचार होता है। इससे कफ और सर्दी संबंधी रोग बहुत जल्दी दूर हो जाते हैं।

दमा ,हिचकी ,खराश आदि रोगों में और तले भुने पदार्थों के सेवन के बाद गर्म पानी पीना बहुत लाभदायक होता है।

सुबह खाली पेट एक गिलास गर्म पानी में एक नींबू मिलाकर पीने से शरीर को विटामिन सी मिलता है। गर्म पानी व नींबू का कॉम्बिनेशन शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है।साथ ही पी.एच. का स्तर भी सही बना रहता है।

रोजाना एक गिलास गर्म पानी सिर के सेल्स के लिए एक गजब के टॉनिक का काम करता है। सिर के स्केल्प को हाइड्रेट करता है जिससे स्केल्प ड्राय होने की प्रॉब्लम खत्म हो जाती है।

वजन घटाने में भी गर्म पानी बहुत मददगार होता है। खाने के एक घंटे बाद गर्म पानी पीने से मेटॉबालिम्म बढ़ता है। यदि गर्म पानी में थोड़ा नींबू व कुछ बूंदे शहद की मिला ली जाएं तो इससे बॉडी स्लिम हो जाती है।