🌷जो अकेले रहते हैं, उनकी सेहत के लिए।🌷

Mix of dried fruits

अपने साथ
भुने चने
भुनी मूंगफली
चावल के मुरमुरे
मक्की के पीले परमल रखें।
जब भूख लगे, खाएं।
सुबह या कभी भी जब मन करे,दूध की जगह
Amul या पतंजलि के मिल्क पौडर की 3-4 चम्मच ऐसे ही खा लिया करें।
छाछ हर जगह मिलती है,आधा लीटर दिन में एक बार कभी भी पानी की जगह ले लिया करें,केल्शियम की पूर्ति होगी,एसिडिटी नहीं होगी।
जब मन या समय हो मौसम के 2 सस्ते फल रोज बदल बदल कर खाएं,छुरी अपने साथ रखें।

जलजीरा के 2 पाउच हमेशा अपने साथ रखें,दिन में कभी भी पानी में घोलें और पियें।

नाश्ते में कभी कुछ न हो तो
4 पिस्ता
4 बादाम
2 अखरोट
8 किशमिश
बहुत धीरे धीरे चबा कर खा लिया करें।
घर में सूखा नारियल और गुड़ हमेशा रखें,जब मन हो या कुछ खाने की इच्छा हो,नारियल के टुकड़े के साथ थोड़ा गुड़ खा लें।
बिस्कुट,नमकीन,कचौड़ी, समोसे से बचें।
साथियों की परवाह न कर जब भी खाना खाएं,उसके साथ
टमाटर
प्याज
धनिया हरा
लहसुन
हरी मिर्च
जो मिले और अच्छा लगे, सलाद के तौर पर खाएं।
मुरब्बे वाला एक आंवला रोज,
नीबू किसी भी रूप में एक रोज
रात को सोते समय एक चम्मच त्रिफला रोज व सुबह व रात को पतंजलि का मंजन करने का नियम बना लें।
नहाने के बाद
सिर में
नाक में
नाभि में
सरसों का तेल लगाएं।
रोज एक घण्टा अच्छा साहित्य पढ़ें।
मन्दिर जाएं।
सुबह, शाम घूमने जाएं।
सुबह घर में भजन या जो संगीत अच्छा लगे बजाएं।

सम्भव हो तो बदल बदल कर
दूध दलिया
दाल दलिया
सब्जी दलिया
स्वयं बनाकर खाएं।
कुकर स्टील का ही लें।RO का पानी, कोई भी कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम बिल्कुल न लें।
30 दिन में आपको स्वयं में परिवर्तन लगेगा।
🍃🌻🍃🌻🍃🌻🍃🌻🍃 कालरा अजमेर

सेहत मंद रहने के सरल उपचार

Healthveg-health
1. बेसन, मैदा और व्हाइट ब्रेड की जगह सोयाबीन, सूजी और ब्राउन ब्रेड का उपयोग करें।
2. बाजार में मिलने वाले कृत्रिम व डिब्बाबंद पदार्थों के सेवन से बचें। इनमें उपयोग किए गए ‘प्रिजरवेटिव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं ।
3. यदि हरी सब्जियों और अंकुरित चीजों का प्रयोग सामान्य तरीके से करने से घर के सदस्यों उसे खाने में रुचि नहीं लेते तो इन्हीं वस्तुओं का प्रयोग अलग तरीके से किया जा सकता है। मसलन-वेजीटेबल पराठा या स्प्राउट चीला या डोसा।
4. आधे नींबू का रस और दो चम्मच शहद मिलाकर चाटने से तेज खाँसी, श्वास व जुकाम में लाभ होता है।
5. नींबू ज्ञान तंतुओं की उत्तेजना को शांत करता है। इससे हृदय की अधिक धड़कन सामान्य हो जाती है। उच्च रक्तचाप के रोगियों की रक्तवाहिनियों को यह शक्ति देता है।
6. एक नींबू के रस में तीन चम्मच शकर, दो चम्मच पानी मिलाकर, घोलकर बालों की जड़ों में लगाकर एक घंटे बाद अच्छे से सिर धोने से रूसी दूर हो जाती है व बाल गिरना बंद हो जाते हैं।
7. एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर सेंधा नमक मिलाकर सुबह-शाम दो बार नित्य एक महीना पीने से पथरी पिघलकर निकल जाती है।
8. नींबू को तवे पर रखकर सेंक लें (दो भाग करके)। उस पर सेंधा नमक डालकर चूसें। इससे पित्त की दिक्कत खत्म होती है।
9. मिशिगन विश्वविद्यालय के एक अध्ययन में कहा गया है कि चॉकलेट का मस्तिष्क पर वैसा ही प्रभाव पड़ता है, जैसा अफीम का पड़ता है।
10. दर्दनिवारक दवाइयों के लंबे समय तक इस्तेमाल करने से न सिर्फ लीवर और किडनी के खराब होने का खतरा रहता है बल्कि इनसे दिल के दौरे पडऩे तथा ह्रदय संबंधित समस्याएं होने का खतरा भी हो सकता हैं1
11. नींद नहीं आने की समस्या मधुमेह और दिल संबंधी बीमारी की आशंका बढ़ा सकती है।
12. दिन भर में कम से कम आठ से दस ग्लास पानी पिएं। जितना पानी आप पिएंगें उतना ही आपके दांत साफ होंगें। इसके अलावा यह चाय, कॉफी, शराब, सोडा आदि के दागों को भी दांतों से मिटाने में कारगर साबित होगा।
13. अपने खाने में फल और सब्जी शामिल करें। सेब, खीरा, गाजर आपके दांतों को प्राकृतिक रूप से साफ करते हैं। यह आपके दांतों में फंसे खाने को भी निकालते हैं और मसूड़ों की समस्या दूर होती है।
14. खाने के बाद पनीर का टुकड़ा खाने से आपके दांत चमकदार रहते हैं।
15. जूस और सोडा पीने के बाद ब्रश नहीं करना चाहिए। हो सके तो कॉफी और वाइन स्ट्रॉ से पिएं। इससे इनका सीधा संपर्क आपके दांतों से नहीं हो पाएगा और आपके दांत हमेशा चमकते रहेंगें।
16. अदरक के रस में या अडूसे के काढ़े में शहद मिलाकर देने से खांसी में आराम मिलता है।
17. प्याज का रस और शहद समान मात्रा में मिलाकर चाटने से कफ निकल जाता है तथा आंतों में जमे विजातीय द्रव्यों को दूर कर कीड़े नष्ट करता है। इसे पानी में घोलकर एनीमा लेने से लाभ होता है।
18. हृदय की धमनी के लिए शहद बड़ा शक्तिवर्द्धक है। सोते वक्त शहद व नींबू का रस मिलाकर एक ग्लास पानी पीने से कमजोर हृदय में शक्ति का संचार होता है।
19. सूखी खाँसी में शहद व नींबू का रस समान मात्रा में सेवन करने पर लाभ होता है।
20. अदरक का रस और शहद समान मात्रा में लेकर चाटने से श्वास कष्ट दूर होता है और हिचकियां बंद हो जाती हैं।
21. कब्जियत में टमाटर या संतरे के रस में एक चम्मच शहद डालकर सेवन करें, लाभ होगा।