चक्‍कर दूर करने के आजमाये हुए घरेलू उपाय

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अगर आप चक्‍कर आने की समस्‍या से परेशान है तो आप घर पर उपलब्‍ध चीजों के द्वारा आसानी से इसका उपचार कर सकते है। ऐसे बहुत से आजमाये हुए घरेलू उपचार के बारे में जानें ……..

चक्कर आने पर घरेलू उपचार
मस्तिष्‍क में रक्त की पूर्ति कम होने के कारण या रक्तचाप में अचानक कमी से चक्‍कर आने की स्थिति पैदा हो सकती है। चक्‍कर आने पर ऐसा ऐसा लगता कि चारो ओर की चीजें तेजी से घूम रही हैं। घर पर उपलब्‍ध चीजों के द्वारा आसानी से इसका उपचार किया जा सकता है। आइए जानें ऐसे ही कुछ आजमाये हुए घरेलू उपायों के बारें में-
1. तुलसी
चक्‍कर आने की समस्‍या को दूर करने के लिए तुलसी बहुत फायदेमंद साबित होती है। चक्कर आने पर तुलसी के रस में चीनी मिलाकर सेवन करने से या तुलसी के पत्तों में शहद मिलाकर चाटने से चक्कर आना बंद हो जाता है।
2. धनिया पाउडर
चक्कर आने पर दस ग्राम धनिया पाउडर और उतनी ही मात्रा में आंवले का पाउडर लेकर एक गिलास पानी में भिगो कर रख दें। सुबह अच्छी तरह मिलाकर पी लें। इससे चक्कर आने बंद हो जाते है।
3. सरसों और नमक
सरसों और नमक का सेवन ब्‍लड सर्कुलेशन को सही रखने का प्रभावी उपाय है। चक्‍कर आने पर सरसों, नमक, सिरका और काली मिर्च लेकर बराबर मात्रा में एक गिलास पानी में मिलाएं और पीये। इससे आप चक्‍कर आने की समस्‍या को आसानी से अलविदा कह सकते हैं।
4. नींबू
नींबू पानी को सबसे अच्‍छा और प्रभावी घरेलू उपाय माना जाता है। यह सभी उपायों में सबसे सरल है और आपके शरीर में काफी प्रभावी ढ़ंग से और जल्‍दी ग्‍लूकोज के स्‍तर में सुधार करता है। चक्‍कर आने पर बस एक गिलास पानी में आधा नींबू का रस और थोड़ी सी चीनी मिलाकर पी लें।
5. खरबूजे के बीज
चक्कर आने की समस्या में खरबूजे के बीज खाने से बहुत लाभ होता है। चक्‍कर आने पर खरबूजे के बीजों को पीसकर घी में भुन लें। अब इसकी थोड़ी थोड़ी मात्रा सुबह शाम लें, कुछ दिनों तक नियमित रूप से लेने पर चक्कर आने की समस्या दूर हो जाती है।
6. खसखस
दो बड़े चम्‍मच गेहूं के दानों, एक चम्‍मच खसखस, 8 बादाम और 8 तरबूज के बीज को लेकर उनका पेस्‍ट बना लें। एक चम्‍मच घी लेकर इसमें 2 लौंग, दूध और पेस्‍ट को मिलाकर मिश्रण बनाकर उबला लें। इस मिश्रण को थोड़ा सा ठंडा करके एक सप्‍ताह तक हर रोज पीने से चक्‍कर आने की समस्‍या से बचा जा सकता है।
7. आंवला
चक्‍कर आने की समस्‍या पर आंवले को सेवन करने से इस समस्‍या से बचा जा सकता है। इसके लिए 10 ग्राम आंवला, 3 ग्राम काली मिर्च और 10 ग्राम बताशे को पीस लें। इस पेस्‍ट को 15 दिनों तक रोजाना सेवन करने से चक्कर आना बंद हो जाता है।
8. अदरक
अदरक के एक टुकड़े को अपनी चाय में मिलाकर पीने से या फिर सिर्फ अदरक के टुकड़े को चबाना मात्र से ही रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिलती है और यह सिरदर्द, चक्‍कर आना और मतली की समस्‍या को कम करता है। अदरक को किसी भी तरह खाना चक्कर आने में आशातीत लाभकारी है।
9. फलों को जूस
अधिक चाय व कॉफी पीने से भी चक्‍कर आते हैं। इसलिए चाय व कॉफी कम पीनी चाहिए। इसके स्‍थान पर रोजाना जूस पीने से चक्कर आने की समस्‍या से बचा जा सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि जूस में किसी प्रकार का मीठा या मसाला नहीं डालें सदा जूस ही पीयें। जूस की जगह चाहें तो ताजे फल भी खा सकते हैं। नारियल का पानी रोज पीने से भी चक्कर आने बंद हो जाते है।
10. बादाम
बादाम सबसे अधिक पौष्टिक नट्स में से एक हैं। कुछ बादाम पीसकर, गर्म दूध या किसी भी पेय के साथ मिक्‍स करके पीने से आप ऊर्जावान और स्वस्थ महसूस करते हैं और चक्कर आने के लक्षण भी कम हो जाते है।

शुद्ध सरसों के तेल का महत्व

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भारतीय रसोई तेल के बिना अधूरा है। उच्चताप एवं लंबे समय तक रखने के लिए सरसों, मूँगफली एवं नारियल का तेल भारतीय वातावरण में सर्वोत्तम हैं।

सरसों,मूँगफली,तिल आदि के तेलों में MUFA (Mono-unsaturated Fatty Acids) की मात्रा अधिक होती है जिससे ये तेल हानिकारक LDL (Low-Density Lipoprotein) को कम करते हैं और लाभदायक HDL(High-Density Lipoprotein) का स्तर बनाये रखते हैं। जिससे हृदयघात की संभावना नगण्य हो जाती है।

शुद्ध सरसों तेल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है। पाचन तंत्र को मजबूत करता है। त्वचा संबंधी विकारों को दूर करता है। सर्दी, जुकाम आदि एलर्जी में रामबाण है। मालिश के लिए सर्वोत्तम एवं बालों के लिए गुणकारी है।

शुद्ध भारतीय परंपरागत तेल वात से होने वाली 80 प्रकार के बीमारियों को ठीक करता है।

इसीलिए अपने खाने में शुद्ध सरसों,अलसी,तिल के तेलों का प्रयोग करें तथा रिफाइंड जैसे जहर से अपने परिवार को बचाएं।

🌷जो अकेले रहते हैं, उनकी सेहत के लिए।🌷

Mix of dried fruits

अपने साथ
भुने चने
भुनी मूंगफली
चावल के मुरमुरे
मक्की के पीले परमल रखें।
जब भूख लगे, खाएं।
सुबह या कभी भी जब मन करे,दूध की जगह
Amul या पतंजलि के मिल्क पौडर की 3-4 चम्मच ऐसे ही खा लिया करें।
छाछ हर जगह मिलती है,आधा लीटर दिन में एक बार कभी भी पानी की जगह ले लिया करें,केल्शियम की पूर्ति होगी,एसिडिटी नहीं होगी।
जब मन या समय हो मौसम के 2 सस्ते फल रोज बदल बदल कर खाएं,छुरी अपने साथ रखें।

जलजीरा के 2 पाउच हमेशा अपने साथ रखें,दिन में कभी भी पानी में घोलें और पियें।

नाश्ते में कभी कुछ न हो तो
4 पिस्ता
4 बादाम
2 अखरोट
8 किशमिश
बहुत धीरे धीरे चबा कर खा लिया करें।
घर में सूखा नारियल और गुड़ हमेशा रखें,जब मन हो या कुछ खाने की इच्छा हो,नारियल के टुकड़े के साथ थोड़ा गुड़ खा लें।
बिस्कुट,नमकीन,कचौड़ी, समोसे से बचें।
साथियों की परवाह न कर जब भी खाना खाएं,उसके साथ
टमाटर
प्याज
धनिया हरा
लहसुन
हरी मिर्च
जो मिले और अच्छा लगे, सलाद के तौर पर खाएं।
मुरब्बे वाला एक आंवला रोज,
नीबू किसी भी रूप में एक रोज
रात को सोते समय एक चम्मच त्रिफला रोज व सुबह व रात को पतंजलि का मंजन करने का नियम बना लें।
नहाने के बाद
सिर में
नाक में
नाभि में
सरसों का तेल लगाएं।
रोज एक घण्टा अच्छा साहित्य पढ़ें।
मन्दिर जाएं।
सुबह, शाम घूमने जाएं।
सुबह घर में भजन या जो संगीत अच्छा लगे बजाएं।

सम्भव हो तो बदल बदल कर
दूध दलिया
दाल दलिया
सब्जी दलिया
स्वयं बनाकर खाएं।
कुकर स्टील का ही लें।RO का पानी, कोई भी कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम बिल्कुल न लें।
30 दिन में आपको स्वयं में परिवर्तन लगेगा।
🍃🌻🍃🌻🍃🌻🍃🌻🍃 कालरा अजमेर

ठंड की इन 10 प्रॉब्लम्स मे रामबाण है, सरसो तेल

Mustard-Oil-Benefits

ठंड की इन 10 प्रॉब्लम्स मे बहुत उपयोगी व रामबाण है, सरसो तेल
ठंड के मौसम में सरसों के तेल का उपयोग खाने में करें या दवा के रूप में यह बहुत लाभदायक होता है। सरसों तेल में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो हमारी सेहत, बाल और त्वचा आदि पर जादुई असर छोड़ते हैं।
इसलिए सरसों के तेल का उपयोग प्राचीन समय से ही खाने व शरीर पर लगाने में भी किया जाता है, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि सरसों का तेल बहुत ही अच्छे पेनकिलर की तरह भी काम करता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं सरसों के तेल के कुछ ऐसे ही नुस्खों के बारे में जो बहुत उपयोगी व रामबाण माने जाते हैं….
1. सरसों के तेल में दर्दनाशक गुण हैं, यदि कान का दर्द सताए तो दो बूंद गुनगुना सरसों का तेल कान में टपकाएं, चाहे तो इसमें दो चार कलियां लहसुन की भी मिला सकते हैं।
2. सरसों का तेल सौंदर्य बढ़ाता है, रूप निखारने के लिए गौरा रंग चाहने वाले बेसन हल्दी में सरसो का तेल डालकर लगाएं।
3. सरसों का तेल दिल को चुस्त-दुरुस्त रखता है, कुछ समय पूर्व एम्स, हावर्ड स्कूल ऑफ मेडिकल साइंस व सेंट जॉन मेडिकल कॉलेज में एक साथ शोध की गई जिससे पता चला कि सरसों का तेल खाने वाले 71 प्रतिशत लोगों को दिल की बीमारी नहीं हुई।
4. यदि गठिया से परेशान हों तो सरसों के तेल में कपूर मिलाकर मालिश करने से दर्द में राहत मिलती है।
5. यदि कमर दर्द हो तो सरसों के तेल में थोड़ी हींग, अजवाइन और लहसुन मिलाकर गर्म कर लें और उसे कमर पर लगाएं, पिंडलियों का दर्द हो तो सरसो के तेल को गुनगुना करके मालिश करना चाहिए।
6. नवजात शिशु और प्रसूता दोनों की मालिश करने के लिए सरसों का तेल सबसे अच्छा रहता है। सरसों के तेल से मालिश करने के बाद नहाने से शिशु को सर्दी होने का खतरा नहीं रहता, अपितु यदि बच्चे का सर्दी लग गई हो तो सरसों के तेल से मालिश करने से दूर हो जाती है।
7. चमड़ी के रोगों में भी सरसों का तेल लाभदायक है, इसके तेल में आक पत्तों का रस और थोड़ी सी हल्दी मिलाकर गर्म करके ठंडा होने पर लगाने से दाद, खाज, खुजली आदि नाश होता है। सरसों का तेल पाइरिया मिटाने वाला है। इसमें सेंधा नमक मिलाकर दांतों और मसूड़ों पर लगाना चाहिए।
8. यदि चेहरे पर कील मुंहासे, झाइयां, झुर्रियां हो तो सरसों का तेल बड़े काम की चीज है सरसों के तेल से मालिश करने से शरीर पर झुर्रियां नहीं पड़ती।
9. सरसों के तेल में थोड़ा हिना पाउडर मिलाकर कुछ देर उबालकर छानकर बालों में लगाने से बाल झड़ना कम हो जाते हैं।
10. सरसों के तेल से मालिश करने पर खून बढ़ता है। शरीर में चुस्ती-स्फूर्ति आती है। इससे शारीरिक थकान भी दूर होती है।
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